23 मार्च 2022 को पूरे देश ने भगत सिंह, सुखदेव थापर, और शिवराम राजगुरु की शहीदी को नमन किया। मोदी सरकार के नेता भी इसमें पीछे नहीं रहे। यह संघ परिवार की इतिहास को मिथक बनाने और अपनी असलियत छुपाने की कोशिश का हिस्सा है। ऐसे में यह और भी ज़रूरी हो जाता है कि […]
निष्पक्ष, न्यायसंगत और समतामूलक समाज के लिए संघर्ष केवल महिलाओं का संघर्ष नहीं है
>> Click here to read in English महामारी का प्रकोप जैसे–जैसे कम हो रहा है, महिलाओं से ज्यादा राहत पाने वाला शायद ही दूसरा कोई हो। महामारी ने महिलाओं के ख़िलाफ हमले को तेज कर दिया जो साम्राज्यवादी वैश्वीकरण की छाया में और गहरा गया। इसने न केवल घर पर महिलाओं के लिए जिम्मेदारियों को […]
The Struggle For A Fair, Just And Equitable Society Is Not The Struggle of Women Alone
As the pandemic abates there is perhaps no one more relieved than women. The pandemic intensified the attack against women which deepened under imperialist globalisation. It not only increased responsibilities for women at home, it further marginalised them in the workplace and in the labour market. The necessary precautions to avoid the pandemic and the […]
बजट 2022-23: ओस चाटने से प्यास नहीं बुझती
पिछले 8 सालों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार वादा करती आ रही है कि सबके साथ से सबका विकास होगा जिसका जश्न देश की आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर तीन सालों तक मनाया जाएगा। लेकिन 2022-23 का बजट पेश करते हुए सरकार ने इस वादे को दरकिनार कर दिया और विकास की पूरी […]